Monday 25 June 2018

वो प्यार था हमारा !

ना थे तुम मेरे , ना था मैं तेरा
मगर इक रिश्ता था हमारा
वो प्यार था हमारा !

ना तुम सही थे, ना हम गलत थे
जो था नहीं अनुकूल
वो वक्त था हमारा !

ना तुमको शिकवे थे, ना मुझको शिकायत थी
जो था कसूरवार तो
वो आँखें थे हमारा !

तुम कह नहीं पाए, मैं समझ नहीं पाया
जो रह गया खोया कहीं
वो इजहार था हमारा !

हम भी निकलें थे, तुम भी निकले थे
 जो मिला नहीं मंजिल से
वो सफर था हमारा !

जो था कहीं गुमा,  जो था कहीं चर्चित
जो सबको था विदित , जिससे थे हम अनभिज्ञ
वो दिल का बात था हमारा !

उम्र के राहों में , बस्ती गुजर गयी
जो खो गया कहानी में
वो प्यार था हमारा !


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