ये लालिमा भी है बीत गया , नया संवत है देहरी पर
कुछ अरमां है रह गया , कुछ आशाएँ है फिर मुख पर
बस यूँ ही कालांतर बदल रहा , हम मनमौजी दीवानों का
खुश रहो और खुश रखो सबको , मुबारक के इस मौके पर
नए वर्ष की शुभ शुभकामनाएँ !☺
कुछ अरमां है रह गया , कुछ आशाएँ है फिर मुख पर
बस यूँ ही कालांतर बदल रहा , हम मनमौजी दीवानों का
खुश रहो और खुश रखो सबको , मुबारक के इस मौके पर
नए वर्ष की शुभ शुभकामनाएँ !☺