Saturday 26 January 2019
Tuesday 15 January 2019
समय....
समय है , रुकता कहाँ है ,
मंजिल का पता नहीं मगर ,
फिर भी चलता है ,
हाँ , निरंतर चलता है।
कोई नाम नहीं मिला ,
कोई पहचान नहीं मिला ,
सबने यही कहा , समय है ,
हाँ सच है , ये समय है।
किसी ने अपना नाम नहीं दिया ,
मगर बाँट दिया इसको भी देखो ,
जो बीत गया भूत वो, जो है वो वर्तमान
जिसका पता नहीं , वो है भविष्य।
कुछ ने फिर से इसे बाँटा ,
किसी ने सुख किसी ने दुःख में बाँटा ,
बाँटा , अपने हिसाब से सबने बाँटा ,
मगर पूछा न कभी इससे इसका राय कभी।
ये समय जो है न , समय है ,
हमसे ज्यादा दुनिया देखा है इसने ,
हम सब के स्वार्थ को चखा है इसने ,
शायद , इसलिए ठहरता नहीं किसी के पास।
समय जो है न , अक्षर है ,
जो शाश्वत है , अक्षय है ,
मुसाफिर है हमारे सफर का ,
बस गंतव्य भर का साथी है।
मंजिल का पता नहीं मगर ,
फिर भी चलता है ,
हाँ , निरंतर चलता है।
कोई नाम नहीं मिला ,
कोई पहचान नहीं मिला ,
सबने यही कहा , समय है ,
हाँ सच है , ये समय है।
किसी ने अपना नाम नहीं दिया ,
मगर बाँट दिया इसको भी देखो ,
जो बीत गया भूत वो, जो है वो वर्तमान
जिसका पता नहीं , वो है भविष्य।
कुछ ने फिर से इसे बाँटा ,
किसी ने सुख किसी ने दुःख में बाँटा ,
बाँटा , अपने हिसाब से सबने बाँटा ,
मगर पूछा न कभी इससे इसका राय कभी।
ये समय जो है न , समय है ,
हमसे ज्यादा दुनिया देखा है इसने ,
हम सब के स्वार्थ को चखा है इसने ,
शायद , इसलिए ठहरता नहीं किसी के पास।
समय जो है न , अक्षर है ,
जो शाश्वत है , अक्षय है ,
मुसाफिर है हमारे सफर का ,
बस गंतव्य भर का साथी है।
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