Monday 16 July 2018

तू बस तू .....

तू प्यार नहीं है मेरा ,
तू इश्क नहीं है मेरा ,
तू जूनून है , अक्स है मेरा

तू कोई संबंधी नहीं
कोई हक , अधिकार नहीं
तू सच है , सम्मान है मेरा

तू खालीपन नहीं है मेरा
तू कोई आदत नहीं है मेरा 
तू अरदास है , पुकार है मेरा 

तू कोई व्यापार नहीं
तू कोई व्यवहार नहीं
तू आईना है , प्रत्यक्ष है मेरा

तू कामना नहीं है मेरा
तू तमन्ना नहीं है मेरा
तू शाश्वत है , यथार्थ है मेरा

मैं मंजिल नहीं, सफर हूँ
तू रास्ता है , मैं सहर हूँ
मैं एहसास नहीं , जज्बात हूँ
तू ख्याल है , मैं ख्वाब हूँ

खामोशी में गुफ्तगू है तू
सुकून का एक नाम है तू
इस वक्त का चरम है तू
सात्विकता का पराकाष्ठा है तू

तू कोई शब्द , कोई अर्थ नहीं
एक गीत है , उमंग है मेरा
बस मेरे नाम में , नाम है मेरा  !


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