तू इतनी खूबसूरत है..........
-अभिलाष कुमार पासवान
तू इतनी खूबसूरत है , पता था नहीं मुझको
दीदार करता रहा तेरा , पर देखा ही नहीं तुझको
थकी ना ये आँखें ,ना भरा कभी ये मन
खुली आँखें जब भी मेरी , करता रहा इंतज़ार हरदम
कायनात से चुरा कर जो लाया तुझे , होने हमदम
दिल्लगी ऐसी थी कि ,बस देख चेहरा पढ़ा तेरा मन
कैसा है ये इश्क़ , कैसा है जुनुन ,मैं तो बस साकी तेरा
पीड़ पराया कर तेरा ,धड़कन में जो बसे वो साँस हूँ तेरा
परवाना हूँ या अपना ,अब तू ही बता, पूछ दिल से
आऊँगा नज़र तेरे हर फसाने में जो देखेगी तू दिल से
लुटाता रहूँ अपनी अरमानों की झरी ,इज़ाज़त दे मुझे
बस दो पल फ़ना होने तक ,इश्क़ करने की इज़ाज़त दे मुझे
मैं तो हूँ बस खड़ा यहाँ ,इश्क़ की इबादत है तू
पूछ एक बार दिल से ,मेरी होकर मुझमे खोने आ जा तू
बोले जो तू फलक के चाँद को अपना बना लूँ जमीं से
उस दरिया में उसकी परछाईं उतार दूँ , बस मुस्करा दे तू
रूठे जो दुनिया रूठ जाने दे ,पर होना ना नज़र से ओझल तू
ज़िन्दगी तूझे सौंप दी है , कर ले जरा अब ऐतबार दिल से
तू इतनी खूबसूरत है , पता था नहीं मुझको
तेरी झुकी नज़रों का कायल हूँ ,दीदार करा दे मुझको
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